Yaad Shayari in Hindi: यादें हमारी ज़िंदगी का वो हिस्सा हैं जो हमें कभी ख़ुशी देती हैं तो कभी गम देती हैं । भले ही कोई व्यक्ति हमसे कितना भी दूर हो, हम अपनी यादों में उसे हमेशा पा सकते हैं। यादें हमें उन पलों की याद दिलाती हैं जो हमने साथ बिताए थे। वो पल जो हमारी ज़िंदगी को ख़ुशनुमा बनाते हैं। यादें ही तो हमें उन ख़ूबसूरत पलों का एहसास कराती हैं जो हमने अपनों के साथ बिताए हैं। यादें हमें भगवान की दी हुई सबसे बड़ी दौलत हैं। इसलिए आज हम आपके लिए yaad shayari in hindi, purani yaad shayari लेकर आये हैं
हो जाओ अगर तनहा कभी तो मेरा नाम याद रखना
मुझे याद हैं सितम तेरे , तू मेरा प्यार याद रखना
हस्ते चेहरे को रुला देती है
खुशियों में ज़हर मिला देती है
यादें ना हो तो ही अच्छा है
यादें बन्दे को क्या से क्या बना देती है
हसाना कैसा होता है रुलाना कैसा होता है
पहली मोहब्बत को भूलना कैसा होता है
मिलकर बिछड़ना तो रिवाज़ ही है अब
ख्वाबों को यादों से मिलाना कैसा होता है
हसरत नहीं अरमान नहीं आस नहीं है,
यादों के सिवा कुछ भी मेरे पास नहीं है.
हवा की अपनी मजबूरी
चाँद भी रखता है दूरी
मोहब्बत का सच ये भी है
ये अक्सर रहती है अधूरी
हरे ज़ख्म सीना आसान है क्या
हसकर ज़हर पीना आसान है क्या
तुम तो चले गए यादें बनाकर
यादों के सहारे जीना आसान है क्या
हर वक्त तुम्हारी याद आती है,
गुजरे हुआ वक्त याद दिलाती है,
चल देते हैं ऐ कदम मेरे,
सुनता है ऐ दिल जब नाम तेरा.
हर बार सोचता हूं कि तुम्हें याद ना करूं,
पर तेरी यादें ही तुम्हारी याद दिलाती हैं।
हर घुट में तेरी याद बसी है,
कैसे कह दूँ चाय बुरी हैं।
हमारी किस्मत में तो सिर्फ यादें हैं तुम्हारी,
जिसके नसीब में तू है उसे जिंदगी मुबारक.
हमारी किस्मत में तो सिर्फ यादें हैं तुम्हारी,
जिसके नसीब में तू है उसे जिंदगी मुबारक !
हमारा साथ आपने छोड़ दिया तो कोई गम नहीं…
आप को भुलाने वालों में से हम नहीं…
माना कि अब हमारी मुलाकात नहीं होगी लेकिन
आपकी यादें मेरे पास इतनी है कि वह मुलाकातों से कम नहीं।
हमसे दूर जाओगे कैसे,
दिल से हमें भुलाओगे कैसे,
हम वो खुशबू हैं जो साँसों में बसते हैं,
भला साँसों को रोक पाओगे कैसे.
हम तो निकल गए हैं
खुद की खोज में
कौन यहाँ अपना था
हमें तो ये भी याद नहीं
हम तुम्हे याद करेंगे तुम हमे याद करना,
देखते है हिचकियां किसे आती है.
हम चाहे जहाँ भी हैं पर अभी भी तुम्हारी यादों में हैं,
जो बीत रही है तनहा उन तमाम रातों में हैं,
यहाँ वहाँ मुड़कर ना ढूंढो हमें,
बनकर नशा अभी भी हम तुम्हारी आँखों में हैं।
हम कैसे याद नहीं करते उन्हें इस बात की हैरानी है,
यहां तो हर सांस में तेरे मेरे प्यार की कहानी है।
सोचा तो यही था की याद नहीं करेंगे
पर ये दिल कहाँ किसी की सुनता है
सोचता तो हर बार हूं कि
तुम्हें याद ना करूं…
लेकिन इसी याद ना करने की
बात में भी तो तुम्हारी याद ही आ जाती है!!
सुकून ज़िन्दगी में इसलिए भी है
क्योंकि धोखा सिर्फ मिला है दिया नहीं कभी
सिलसिला खत्म हुआ जलने जलाने वाला,
अब कोई याद नही आता यहाँ तुम्हारे सिवा।
सिखा कर गया वो जाने वाला मुझे
यूँ ही किसी से इतना प्यार नहीं करते
सांस को बहुत देर लगती है आने में,
हर सांस से पहले तेरी याद आ जाती है !
सस्ती मोहब्बत करने वाले
महंगी यादें नहीं संभाल सकते
सबको सब बातें बताना ठीक नहीं
हसते हुए को रुलाना ठीक नहीं
हर बिछड़ने वाला बेवफा नहीं होता
जाने वाले की यादें भुलाना ठीक नहीं
सब सही करके भी गलत हूँ मैं
ये कैसी तेरी फरियादें हैं
मैंने दिल का कमरा जला दिया
यहाँ फिर भी तेरी यादें हैं
सच्ची चाहते हो तो यादें कहां मिट पाती हैं…
यादों को मिटाने के लिए लम्हे नहीं सदियां लग जाती है।
सच्चा मेहबूब नसीबों से मिलता है
या फिर नसीब में सिर्फ यादें ही रह जाती है
वो दरिया है यादों का
मैं उसमे डूबा पंछी
किनारा भी नहीं मिलना
सहारा भी नहीं मिलना
वो जो स्कूल के दरमियां गुजारे थे दिन,
अब याद आ रहा है वाह वाह क्या थे वो दिन।
वो जब तक साथ बैठे रहे
तब तक सब याद आता रहा,
पास ना होने पर उनके
ये बेवकूफ दिमाग़ भी रुलाता रहा।
वो गलियाँ वो चौबारा अब वो राहें याद आती हैं,
सोये थे जिन बाहों में हमें वो बाहें याद आती हैं .
वो कहते हैं हम उन्हें याद नहीं करते,
उन्हें कैसे बताए,
याद उन्हें किया जाता है जिन्हे भूल चुके हों !!
वापस पहुँच गए हैं नौकरी वाले दूर शहर में,
अब घर की याद आएगी दिन के हर पहर में।
लोग तो जुदा हो जाते हैं
बस फिर यादें ही रह जाती है
रोज सुबह उठता हूँ पत्थर सी आँखें लेकर,
ये तेरी यादों की हवा मेरे अश्क़ सुखा देती है।
रूह तक सुलगने लगती है
ये मसले कब आसानी से सुलझे हैं
तुम्हें नया इश्क़ हो गया
हम अभी यादों में उलझे हैं
रहो किसी परेशानी में तो,
बे-झिझक याद कीजिए,
जब कोई ना हो पास आपके,
हमसे मुलाक़ात कीजिए।
रफ्ता रफ्ता खुदको मिटाया है हमने
हर लम्हा मुश्किलों में बिताया है हमने
तुम्हारी तरह हम बेवफा नहीं हैं
तेरी यादों से भी रिश्ता निभाया है हमने
ये मत कहना कि तेरी याद से रिश्ता नहीं रखा;
ये भी नहीं के भूला हूँ तुम्हें
ये भी नहीं के याद आते हो,
पहले सबसे पहले थे तुम
अब तुम सबके बाद आते हो !!
ये दूरियां कहां मायने रखती इश्क में जनाब,
दिल-ए-मुस्कुराहट के लिए तेरी याद ही काफी है।
ये इश्क़ बड़ा मुश्किल है
सब खोना पड़ता है
एक वक़्त के बाद सबको
यादों में रोना पड़ता है
यूं ना देख मुझे मैं कोई गैर नहीं,
अरे तूने की थी मुझसे
मोहब्बत क्या तुझे याद नहीं।
यूं तो अकेलेपन से कोई डर नहीं मुझे…
लेकिन जब यादें चारों तरफ से घेर लेती है…
तो जीना मुश्किल हो जाता है!!
यूँ दूरियों की आग में सुलगती है
जाँ छुटता नही है दिल से तेरी याद का धुआँ |
यादों से दिल भरता नहीं दिल से यादें निकलती नहीं,
यह कैसी कशमकश है आपको याद किये बिना,
दिल को चैन मिलता नहीं.
यादों में रहकर सताया तुमने
मुझे अपना गुलाम बनाया तुमने
रोने की मुझे आदत नहीं थी
मुझे आंसू बहाना सिखाया तुमने
यादों में तेरी खोकर
बैठा रहता हूं यारों के साथ!!
तुझे अपनी यादों में लाकर
बस तेरी मेरी कहानीयां
यारों को सुनाता रहता हूं!!
यादों के सहारे जीना
सबके बस की बात नहीं
आँसू के दरिया को पीना
सबके बस की बात नहीं
यूँ तो टूटा है हर शख़्स
इस मतलब की दुनियाँ में
वक़्त से ज़ख्मों को सीना
सबके बस की बात नहीं
यादों के भरोसे बैठा
ये कोई बात थोड़ी है
कल भी सवेरा होगा दोस्त
सिर्फ ये रात थोड़ी है
यादें तेरी मेरा पीछा नहीं छोड़ती
एक तू है जो मेरे नसीब में नहीं
यादें क्या होती है यह उनको क्या पता
जो कभी याद ही नहीं करते!!
यादों की अहमियत पूछनी है तो उनसे पूछो….
जिन्होंने यादों को ही अपने जीने का सहारा बना दिया है!!
याद ना किये हमने
वो हमारी मुलाक़ातों के दिन
ग़लतियाँ करके भूल जाना
आदत है हमारी
याद तुम्हें जब मेरी आएगी
रो रो कर तुम्हें तड़पाएगी
चाहे कितनी ही कोशिश कर लो
मुझे भूल जाने की लेकिन…
याद रखना तुम भूल नहीं पाओगी!!
यह जिंदगी और तेरी यादें दोनों की
आदतें कुछ एक जैसी ही है…
कभी फूलों सी खुशबू बिखेर देती है..
तो कभी कांटों सी चुभ जाती है!!
मोहब्बत करके खुद तबाह हुए हैं
बहुत मिलकर हम जुदा हुए हैं
मोर नाचते हैं और बरसात आती है
टूटे तारे देख तुम्हारी याद आती है
सिर्फ मोहब्बत ही यहाँ मशहूर नहीं
नफरत भी अपने वादे निभाती है
मैनें भी बदल दिये हैं ऊसूल ए जिन्दगी,
अब जो याद करेगा सिर्फ़ वो ही याद रहेगा.
मैं रूठूं तो मनाती नहीं हैं
रोने लगूं तो हसाती नहीं हैं
एक वो है जो मुझे याद भी नहीं करता
और उसकी यादें हैं के जाती नहीं हैं
मैं ना सही मेरे बदन की ख़ुशबू से महकोगी तुम,
मैं जब भी याद आऊँगा बेख़ुदी में बहकोगी तुम।
मैं जहाँ हूँ अभी तेरी यादों में हूँ
जो गुजर रही मेरे बिन उन रातों में हूँ
इधर उधर मुड़के न देखो हमें,
नशा बन के अभी तेरी आँखों में हूँ।
मैं चाहकर भी खुद को याद नहीं कर पाता,
लेकिन ना चाहते हुए भी,
तू बारबार याद आ जाती है।
मैं उन रिश्तो की तरह नहीं कि
जब मतलब हो तभी याद करूं
तुम चाहे मुझे याद करो या ना करो लेकिन
मैं हर रोज तुम्हें दिल से याद करता हूं।
मेरे हिस्से आया भटकना
उसके हिस्से आराम आया
भूल गया थे उनको मैं
लबों पर आज जिनका नाम आया
मेरे जाने का तू अब कोई ग़म न करना,
अपनी खूबसूरत आँखों को नम न करना,
मेरे अरमान तो मेरे दिल में ही जल गये,
मेरी यादों को दिल से कम न करना।
मेरी हर सांस में तेरी याद बसी है
कैसे कह दूं कि यह जिंदगी बुरी है!!
मेरा हाल वो तुम्हें बताती हैं क्या
मेरी तरह तुम्हें मनाती हैं क्या
लम्हें तो हमने साथ गुज़ारे थे
यादें तुम्हें भी सताती है क्या
मुस्कुराओगे तुम हमें याद करके
हम यूँ तुम्हें अपनी मोहब्बत दिखाएंगे
मुस्कुरा रहे हैं हम लड़े तो नहीं
सिर्फ जुदा हुए हैं हम मरे तो नहीं
मुलाकातें न सही थोड़ी बात ही कर लो,
दुआओं में ही सही थोड़ा याद ही कर लो।
मुझे भुलाने वाले,
एक दिन मुझे याद करके रोयेगा तू
मुझे कुछ भी नहीं कहना इतनी सी गुजारिश है,
बस उतनी बार मिल जाओ जितना याद आते हो.
मिलते रहिए, हाल-चाल पूछते रहिए,
ना जाने कब कोई एक याद बन कर रह जाएँ..!!
मिलकर बिछड़ना तो रिवाज़ है अब
फैसला तुम्हारा हो तो हमें अच्छा लगेगा
बुरे वक़्त में काम आऊं या ना आऊं
मुझे याद कर लेना तुम्हें अच्छा लगेगा
माना कि तू ने मुझे भुला दिया जान-ए-जा,
मगर कभी तो मेरी याद में आँखें भीगा लिया कर।
माना कि तुम्हें प्यार नहीं था
पर मुझे तो था अब तू
साथ नहीं ना सही
तेरी यादें तो साथ है
उन्हीं के सहारे में अपनी
पूरी जिंदगी गुजार दूंगा!!
माना कि तुमसे मुलाकात नहीं हो पाती है लेकिन…
तुम्हें यूं ही भुला दे वैसे हम नहीं…
तुमसे दूर है तो क्या सनम…
तुम्हारी यादों में मुलाकात हो,
यह भी कुछ कम तो नहीं…
माना कि गुजरा हुआ वक्त लौटकर नहीं आता….
लेकिन यादें तो अपनी है साहब…
यह हमेशा हमारे साथ ही रहती है!!!
वक्त दोबारा नहीं आएगा तो क्या…
यादें तो हमेशा मेरे साथ है।
मसला ये नहीं है कि वो चली गई है,
मसला ये है कि उसकी यादें रह गई हैं..!!
मंज़िल तो कहीं और थी उनकी
हमारा शहर तो यूँ ही सफर में आ गया
भूलना ही पड़ता है उन्हें
यादों के सहारे कहाँ ज़िन्दगी कटती है
भूल जाएंगे हम याद तुम भी ना रखना,
मैं ठीक हूं फिक्र मेरी तुम भी ना करना।
बैठे थे अपनी मस्ती में कि अचानक तड़प उठे,
आ कर तुम्हारी याद ने अच्छा नहीं किया.
बेवजह आती हैं हिचकियाँ आज कल
शायद तुम्हें भी हम याद आते हैं
बीते हुए वक्त की सारी बातें…
बस यादें बनकर दिलों में रह जाती है।
चाहे कितना भी बुलाएं बीते लम्हों को
वह लम्हे लौटकर फिर कहां आते हैं…
बस यादें रह जाती है।
बिखर जाती है खुशबू सी तुम्हारी याद आते ही,
न जाने कौन सा सावन है जो बिन मौसम बरसता है।
बारिश की बूंदे जब भी आती है,
मौसम सुहाना तो कर जाती है,
लेकिन साथ ही साथ,
तेरी यादें भी लेकर आती हैं,
बारिश आते ही हम तेरी,
यादों में भी भीग जाते हैं!!
बात बनाने के लिए तो,
दूरियां मिटानी भी पड़ती हैं….
माना की सबके पास वक्त नहीं होता,
लेकिन वक्त निकालना भी पड़ता है…
अगर कोई हमें याद ना करें तो…
उन्हें call या msg करके अपनी
याद दिलानी भी पड़ती है।
बहुत ही याद आता है मेरे दिल को तड़पाता है,
वो तेरा पास न होना मुझ को बहुत रुलाता है।
बहुत रोयेगी जिस दिन मैं तुझे याद आऊंगा,
बोलेगी एक पागल था,
जो सिर्फ मेरे लिए पागल था।
बहुत याद करते हो तुम भी मुझे ना जाने,
दिल से ये वहम जाता क्यो नही.
बहुत याद आता है मेरे दिल को तड़पाता है,
वो तेरा पास न होना मुझ को बहुत रुलाता है.
बहुत मुश्किल से करते हैं तेरी यादों,
का कारोबार मुनाफा कम ही सही,
मगर गुजारा हो ही जाता है .
बरसात तो थम जाती हैं पर यादें नहीं,
रोज-रोज मौसम का बदलना अच्छा नहीं..!!
फिर उसकी याद, फिर उसकी आस, फिर उसकी बातें,
ऐ दिल लगता है तुझे तड़पने का बहुत शौक है।
प्यार में कुछ हाल ऐसा कर दिया की
चाह कर भी खुद की याद नहीं रहती और
ना चाह कर भी हर पल तेरी ही याद रहती है!!
पत्थर को भी संभाल कर रखता हूँ
मैं किसी का बुरा क्या करूँगा
मैंने उसे छोड़ दिया उसके हाल पर
अब उसकी यादों का भी क्या करूँगा
नींद नहीं आती कुछ यादें ऐसी हैं
कुछ यादों ने हमें हमसे छीन रखा है
नाम नहीं लूंगा पर सुनो
याद बहुत आती है तुम्हारी
ना वो आ पाते हैं…
ना हम उनके पास जा पाते हैं…
दर्दे दिल का हाल क्या सुनाएं यारों…
खोए हुए हैं उनकी यादों में कुछ इस तरह की
बस उन्हें याद किए हम जाते हैं…
ना कर जिद अपनी हद में रह ए-दिल,
वो बड़े लोग हैं अपनी मर्ज़ी से याद करते है।
नहीं है कुछ भी मेरे दिल में सिवा उसके,
मैं उसे अगर भुला दूँ तो याद क्या रखूँ।
नजाने यह कैसी आदत-सी हो गयी है तुम्हारी,
तुम अभी गयी और अभी याद भी आ गयी तुम्हारी।
नज़र आ रहा है,
तुम्हारा बदलना अब हमें भी…
लेकिन अगर हम बदल गए,
तो सिर्फ यादें बनकर रह जाएगा,
यह प्यार तुम्हारा हमारा….
न कोई छत्रछाया है,
न कोई मोह माया है,
बारिश से ज्यादा तो मुझको,
तेरी यादों ने भिगाया है।
न आप आए न ख़्वाब आया,
न ख़त आए न जवाब आया,
आई तेरी याद हाँ बहुत मगर,
न तेरी याद का हिसाब आया।
दूरियों की ना परवाह कीजिये,
दिल जब भी पुकारे हमें बुला लीजिये,
हम ज्यादा दूर नहीं आपसे,
बस अपनी आँखों को पलकों से मिला लीजिये.
दूरियों की ना परवाह कीजिये,
दिल जब भी पुकारे हमें बुला लीजिये,
हम ज्यादा दूर नहीं आपसे,
बस अपनी आँखों को पलकों से मिला लीजिये !
दुनिया भर की यादें हम से मिलने आती हैं,
शाम ढलते ही मेरे घर में मेला लगता है.
दुआ कौन सी थी हमे याद नही बस इतना याद है,
दो हथेलियाँ जुड़ी थी एक तेरी थी एक मेरी थी..!!
दिल से निकाले जाने वाले
यादों को भी अपने साथ ले जाना
दिल में मोहब्बत का होना जरूरी है वरना,
याद तो रोज दुश्मन भी किया करते हैं.
दिल को थोड़ी तसल्ली दे देता है
वो तेरा अपनी जुबान से “Miss you” कह देना
जानता हूं मैं भी ये झूठ है लेकिन..
काफी है तेरा मुझे इतना याद कर लेना!!
दिल को छू जाती है ये रात की आवाज,
चौंक उठते हैं कहीं तूने पुकारा तो नहीं !
दिल की हर धड़कन से हर पल बस ये एक ही आवाज आती है…
कि हमें हर पल तुम्हारी याद आती है…
अब तो यह धड़कन भी हम से पूछने लगी है कि…
जितना हम तुम्हें याद करते हैं….
क्या तुम्हें भी हमारी इतनी याद आती है!
दिल की गुल्लक तोड़ दी
हमने उम्मीद छोड़ दी
तुमसे यारी क्या टूटी
यादों से यारी जोड़ दी
दिन में बिछड़ गए अब रात आएगी
मेरे बाद उन्हें मेरी याद आएगी
दिन भर क्या हुआ कौन रात भर याद करे,
दिन तो बरबाद हुआ रात कौन बरबाद करे।
दिन बीत जाते है सुहानी यादे बन कर
बाते रह जाती है कहानी बन कर
पर प्यार तो हमेशा दिल के करीब रहेंगे
कभी मुस्कान तो कभी आंखो का पानी बन कर
दर्द में भी ये लब मुस्कुरा जाते हैं,
बीते लम्हे हमें जब भी याद आते है..!!
दर्द का पहाड़ लिये यादों के समंदर में डूबा रहता हूँ,
वो पूछते हैं कि तुम्हें पहाड़ पसंद है या समंदर।
था जो याद कुछ-कुछ अब वो भी ना रहा,
पहले सा ज़िन्दगी अब तुझसे मोह भी ना रहा।
तेरे बिना ये दिल लग ही जाएगा
आखिर तू मुझे याद कब तक आएगा
मैं जानता हूँ के तू बदल गया है
आखिर ये बहाने कब तक बनाएगा
तेरी यादें भी किसी क़हर से कम नहीं,
रोज़ आती हैं इक नई तबाही लेकर…
तेरी याद संभाली हमने
अच्छी आदतें ख़राब की,
पानी नहीं पिया हमने
जितनी हमने शराब पी !!
तेरी याद संभाली मैंने
अच्छी आदतें ख़राब की
पानी नहीं पिया इतना
जितनी मैंने शराब पी
तेरी बेरुखी को भी रुतबा दिया जाता है,
तेरी मोहब्बत का हर फ़र्ज़ अदा किया जाता है,
न सोच कि भूल गया हूँ मैं तुझे,
रोज खुदा से पहले तुझे याद किया जाता है।
तूने मुझ से भले ही रिश्ता तोड़ दिया हो लेकिन
तेरी यादों का अटूट रिश्ता अभी भी दिल से बना हुआ है!!
माना की बातें अब हमारी हो नहीं पाती
लेकिन खयालों से तेरा रिश्ता भी नहीं बना हुआ है!!
तू ना सही तेरी याद में गुजारनी पड़े उम्र,
ऐसी ज़िंदगी भी मुझे हर जन्म चाहिए।
तुम्हें भूलने की ख़ातिर पासवर्ड बदल डाला,
अब मुझे मेरा पासवर्ड ही याद नहीं।
तुम्हें क्या पता किस दौर से गुज़र रहा हूँ मैं,
तन्हा तेरी याद में पल पल मर रहा हूँ मैं..!!
तुम्हारे बाद किसी को
दिल में बसाया नहीं हमने
तुम चले गए तो क्या
यादों को मिटाया नहीं हमने
तुम्हारे बाद किसी को दिल में बसाया नहीं हमने,
तुम चले गए तो क्या,
यादों को मिटाया नहीं हमने.
तुम्हारी हल्की सी दोस्ती,
हमने प्यार समझ ली,
तुम्हें याद करके जीना,
अब हमने जिंदगी समझ ली,
तुम्हारा नाम दिल से मिट जाए,
यह तो हो ना सकेगा,
चाहेंगे तुम्हें जिंदगीभर,
अपनी दर्द भरी यादों में भरकर!!
तुम्हारी यादों से भी कभी तो कोई काम करवाया करो,
घूम फिरकर मेरे पास आ जाती है, इन्हें समझाया करो।
तुम्हारी याद मुझे बेचैन कर जाती हैं,
हर जगह मुझे बस तुम्हारी ही सूरत नज़र आती है,
जाने कैसा कर दिया है मुझे तुम्हारी मोहब्बत ने,
अगर कभी नींद आती है तो आँखें रूठ जाती हैं।
तुम्हारी याद तुम्हारी तरह नहीं है
अब तक मेरा साथ छोड़ा नहीं इन्होने
तुम्हारी याद ऐसे महफूज है मेरे दिल में
जैसे किसी गरीब ने रकम रख्खी हो तिजोरी में
तुमसे होकर मुझ तक आएगी
तुम्हारी नाराज़गी ये रिश्ता
तबाह कर जाएगी
तुमसे बातें….
मुलाकातों में तो ना सही…
लेकिन “यादों” में हर पल
तुमसे बातें होती है!!
तुम सिर्फ मेरी खुशियां ही नहीं हो,
मेरा नसीब भी हो मैं जितना तुमसे दूर हूँ
तुम उतना ही मेरे करीब भी हो !
तुम साथ नहीं मेरे तो क्या हुआ…
तुम्हारी यादें तो मेरे साथ है।
माना कि तुम्हारी मोहब्बत अधूरी थी तो क्या हुआ…
तुम्हारी यादें तो पूरी मेरे साथ है!!
तुम अपने साथ हमारी
नींदे चुरा कर ले गए हो
तुम्हें याद करते करते
आंखों ही आंखों में रातें बीत जाती हैं!!
तुझे याद करना भी एहसास है,
ऐसा लगता है की हर पल तू मेरे पास है।
तुझे भूलने की कोशिशें कभी कामयाब न हो सकें,
तेरी याद शाख-ऐ-गुलाब है, जो हवा चली तो महक गयी।
तुझे पाना तुझे खोना तेरी ही याद मे रोना,
ये अगर इश्क है तो हम तनहा ही अच्छे है.
तुझसे भी अच्छी है यादें तेरी
अब तक मेरा साथ निभा रही हैं
तुझसे दूर रहकर कैसा हूं मैं
यह तो तू ना पूछ भूल जाऊं मैं तुझे
मुझ से यह उम्मीद ना रख
यादों में तेरी जी रहा हूं अब
बस इन्हीं यादों के सहारे
जिंदगी भी काट लूंगा!!
तन्हाई की सरहदें और भीगी पलकें,
हम लुट जाते हैं रोज तुम्हें याद करके।
तनहाई में इतना क्यों याद आती हो,
थोड़ा मुझे चैन से सो भी लेने दिया करो।
जो तेरे हिस्से आए हैं
उन्हें मुबारक ज़िन्दगी
हमारे हिस्से तो तुम्हारी
यादें आयी हैं
जो तूने दिया उसे हम याद करेंगे
हर पल तेरे मिलने की फ़रियाद करेंगे,
चले आना जब कभी ख्याल आये मेरा
हम रोज़ खुदा से पहले तुझे याद करेंगे..!!
जो ज़हर हमने पिया तुम पी नहीं पाओगे
यादों से सहारे तुम जी नहीं पाओगे
जेबें खाली हो चुकी पर हिचकियाँ अब भी जारी है,
ये कौन शख़्स है जो मुझे बेवजह भी याद करता है।
जिसे याद करने से होंठों पर मुस्कुराहट आ जाए
एक ऐसा खूबसूरत ख्याल हो तुम.
जिसकी यादों में रात गुजर जाती है,
जिसकी लिए आँखें भर आती है,
मुश्किल है उसको ये कह पाना,
तेरे बिन धड़कन भी थम जाती है।
जिसकी यादों में रात गुज़र जाती है
जिसके लिए आँखें भर आती है,
मुश्किल है उसको ये कह पाना
तेरे बिन धड़कन भी थम जाती है..!!
ज़िम्मेदारी का काम है यादें संभालना
ये बोझ हर कोई उठा नहीं सकता
ज़िन्दा सभी पुरानी यादें
बंद है दिल में तुम्हारी यादें
आसान तो है बनानी मगर
बहुत है मुश्किल मिटानी यादें
ज़िन्दगी में तलाशेंगे कैसे तुम्हें
याद भी छोड़कर जो नहीं तुम गए
जिंदगी में सच्चे और ईमानदार लोग हमेशा याद रह जाते हैं…
जिनकी सोच अच्छी हो और किरदार सच्चा हो….
ऐसे लोग दिल में भी और दुआओं में भी हमेशा याद आते हैं।
जिंदगी में यह हुनर होना भी जरूरी है
आंसुओं को छुपाए रखना भी जरूरी है
अगर किसी की याद में छलक जाते हैं तो…
यादों को दबा के रखना भी जरूरी है!!
जिंदगी में जब जीने की कोई वजह ना मिले…
तो गुजरी हुई यादों को अपना सहारा बना लेना चाहिए!!
बीता हुआ वक्त हमारे हाथ में नहीं तो क्या हुआ…
बीती हुई यादें तो हमारे पास है!!
जिंदगी में कुछ ऐसा कर जाओ कि…
लोग तुम्हें याद करने पर मजबूर हो जाए
किसी को अपनी याद दिला कर जीने में क्या मजा!!
मजा तो तब है जब लोग तुम्हें याद किए बगैर रह ना पाए…
जिंदगी में कभी कभी तलाश खत्म हो जाती है,
उम्मीदें खत्म हो जाती है, अहसास खत्म हो जाते हैं,
अगर जहन में कुछ रह जाता है तो,
वो सिर्फ यादें ही हैं जो रह जाती है!!
जाते जाते मुड़ कर देखा ही नहीं
उसने अपने कदमों को रोका ही नहीं
यादें तो सताएगी ज़िन्दगी भर पर
उसने मेरे बारे 2 पल सोचा ही नहीं
ज़हर या दवा दीजिये
मोहब्बत की सज़ा दीजिये
इतने नज़दीक तुम आये क्यों
हिज्र की आग को हवा दीजिये
ज़रूरी नहीं ज़ख़्म नया हो
वो पुराना ढूंढ लेती है
यादें साथ चलने का
बहाना ढूंढ लेती है
ज़रा सी आहात पे भी
जाग जाता हूँ मैं
याद आने वाले
कभी खुद भी आया कर
ज़रा भी नहीं आती याद उन्हें
वो जो कहते थे तुम्हारे बिना मर जायेंगे
ज़मीन का टुकड़ा फलक को प्यारा
मर रहा एक झलक को प्यारा
सांसें लेना याद नहीं पर
हमको उसपर मरना प्यारा
जमाने में एक हुनर ये भी रखना,
अपने आसुओं को छुपाये रखना क्योंकि
जब किसी की याद आती है तो,
नमी गालों पे छा जाती है !
जब रात तुम्हारी याद आती है,
दूर चाँद में तुम्हारी सूरत नज़र आती है,
ढूँढ़ते हैं हम तुम्हे रात भर अपने आस पास,
ऐसे ही तनहा हर रात गुज़र जाती है
शुभ रात्रि
जब याद तेरी आती है
तो मन भारी सा हो जाता है
दिल और दिमाग कुछ काम नहीं कर पाते
बस पड़े रहने का मन करता है!!
जब मिलोगे तब बताएंगे…
तुम्हारी याद किस तरह से सताती है!!
ऐसा लगता है, जैसे दिल से अभी धड़कन निकल जाएगी…
आपकी याद हमें इस तरह से सताती हैं!!
जब तक जिंदा हैं,
तब तक तुम्हें याद करते रहेंगे…
जिस दिन हम तुम्हें याद ना करें,
उस दिन समझ लेना,
खुदा ने हमें याद कर लिया है।
जब जब तेरी यादों का रमजान आता है तब तब,
मेरी आँखें नींद के रोजे रखती है !
जब कभी जिक्र मोहब्बत का हो तो…
तुम्हारी याद ना आए !!
सनम बनकर दिल तोड़ा है तुमने मेरा…
तो क्या होठों पर शिकवा ना आए!!
चार दिन की जिंदगी है,
हंसते हंसाते चलो,
राहों में चाहे जो कोई मिल जाए,
खुशियां बांटते चलो,
कोई याद करें ना करें,
क्या फर्क पड़ता है!!…
हमें तो आदत है सबको याद करने की,
बस सब से यूं ही प्यार बनाए रखो…
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