Sukoon Shayari- सुकून या शांति, ये दोनों चीजें जीवन में बहुत महत्वपूर्ण हैं। किसी भी काम को ठीक से करने के लिए हमें सुकून की आवश्यकता होती है। हम जब सुकून से बैठे होते हैं कहीं पर, तब हमारे दिल में बहुत सारे ख्याल आते हैं। कुछ लोग उन ख्यालों को ही शायरी में बदल देते हैं, वैसे ही आज आपके लिए मैं कुछ सुकून शायरी लेकर आई हु, उम्मीद करती हु आपको पसंद आएगी
थोड़ा सुकून भी जरूरी है जिन्दगी में,
ये जरूरतें तो कभी खत्म नहीं होती !
अंधेरा रोशनी के
जुनून से जल रहा है
एक चिराग है जो
सुकून से जल रहा है..!
अंधेरो में मानो हल्की
सी रोशनी की तरह हो तुम
जिंदगी में मेरे रोशनी तो
नही पर सुकून बहुत मिलता है..!
अब बड़े हो गए तो ये जान चुके है की,
इंसान या तो सुकून में रह सकता है या बड़े घर में !
अमीर बनने की चाहत में
खुद को जख्म देते गए
दो पल के सुकून में जो
रिश्ते दिल से थे वो
हमसे दूर हो गए..!
आएगा एक दिन फुर्सत का भी,
ये सोचकर रात भर जागा रहता हूँ मैं !
आज फिर उनकी आँखों में मुझे वो चाहत नज़र आयी,
राहत मिली जब चेहरे तेरे पर मुस्कुराहट नज़र आयी।
आजकल सुकून से सोना इतना आसान कहाँ है,
जरूरत से ज्यादा पाने की चाह में परेशान जहाँ है।
आपकी चाहत मैं दुनिया भुला देंगे,
इस तरह से आपको दिल मे बसा लेंगे,
दूर न जायँगे कभी आपसे हम,
इस क़दर से आपको खुदा से माँग लेंगे।
आपकी निगाहो में।
आपकी बाहो में सुकून मिलता हे
आपकी यादो ने जैसे दौड़ लगा दी
आपकी यादो में जागना मंजूर हे
कोई सबूत नहीं होता है मोहब्बत का,
सामने नाम लेने पर धड़कने बढ़ जाये,
तो समझो मोहब्बत बेइंतेहा है।
खुद औरों को दर्द दिये फिरतें है,
और कहतें है सुकून भरी बाँहों की तलाश है हमे !
खुद को पढ़कर बड़ा ही सुकून मिल रहा था
चलो थोडा सुकून की तलाश में चलते हैं,
जो दिल दुखाए उनसे दूरियां बनाते चलते हैं !
चांद की चाहत में
चांदनी से बाते
कितना सुकून देती है
तुमसे हमारी मुलाकाते..!सुकून अगर जिंदगी में
चाहते हो तो सफर तनहाई में करना
मार देगा जो जिस पर मरोगे
बेहतर है खुद पर ही मरना..!
चांद की रोशनी
में तूने बांधी है
मुझसे इश्क की डोर
मेरा दिल खींचा चला
आ रहा है तेरी ओर..!
चाहिए सुकून दिल को किसी से सच्ची मोहब्बत कर के तो देखो,
उसे इश्क़ के नाम पुरी जिंदगी कर के तो देखो।
चुपके से तुम्हे देखना मुझे पसंद था,
लेकिन शायद तुम्हे पसंद नहीं था,
लोग जो थे वहाँ पर ज्यादा,
लेकिन तुम जब एक बार मुझे देख कर मुस्कुराती,
मुझे तो बस वही सुकून था।
चेहरे पर सुकून तब दिलाई देता है,
जब कोई अपना हमे मिल जाता है,
अकसर खुशियां मिलती है तभी,
कोई जिवन भर के लिए हाथ थामता है।
छोटी छोटी खुशियां चेहरे पर सुकून दे जाती हैं,
कुछ जिंदगी के लम्हे खुशियां ले आती हैं !
छोटी सी जिंदगी को
किस्तों में बांट लेती हूं
औरत हूं तकलीफ भी
हंसकर काट देती हूं..!
जब नजरों में उनके हम नजर आतें हैं,
वो खुशी के चंद पल बरसों का सुकून दे जाते हैं !
जलजला-सा जो था कल,
वो आज सुकून-सा है,
मोहोब्बत ना छोड़ी जायेगी अब हमसे,
उसका तो अब जूनून-सा है।
जहा में अकेले भटक रहे थे हम
जागना भी कबूल है तेरी यादों में रात भर,
तेरे एहसासों में जो सुकून है वो नींद में कहाँ !
जिंदगी में अगर कुछ
बनना चाहते हो
तो पानी से भरा हुआ
गिलास मनो जो खाने के
बाद सुकून से प्यास बुझाती हो..!
जिदंगी में कुछ फैसले हमे खुद लेने पड़ते हे,
और कुछ हमारी तकदीर को,
बस अंतर् तो सिर्फ इतना हे,
तक़दीर के फैसले हमे पसंद नहीं आते,
और हमारे फैसले,
तकदीर पसंद नहीं करती।
जिनके अल्फाजो से
मिलता मुझको सुकून है
उसके इश्क से ही
मेरी जिंदगी में जुनून है..!
ज़िन्दगी को झंड बनाया है मैंने अपने,
ज़िन्दगी मस्त मौला थी मेरी,
जब से मेरी ज़िन्दगी में आई एक हसीना,
तब से जिंदगी बे सुकून हो गयी है मेरी।
ज़िन्दगी तेरे इश्क़ में,
कितनी दूर हम चल चुके,
कहीँ सुकून मिला नहीं,
कितने शहर बदल चुके।
जिसे ढूंढ रहा था बहार जाकर मैं,
वो सुकून मेरे अंदर ही मिला !
जी रहा था मैं सुकून भरी जिन्दगी अपनी,
पता नहीं किसकी नजर लग गयी,
जिन्दगी तबाह हो गयी अपनी !
जो सुकून नहीं पूरे संसार में,
वह सुकून है मेरे महादेव के दरबार में !
ढूंढते रहते हैं हमेशा निशान तुम्हारा,
ना जाने कहां खो गया है सुकून हमारा।
तन्हाइयों में न जाने,
अकेलापन कैसा दे गए,
बेवफाई से भरे वादे,
दिल का सुकून ले गए।
तुझे याद कर लूँ तो मिल जाता है सुकून,
मेरे गमों का इलाज भी कितना सस्ता है !
तुम्हारा खयाल आना भी,
वो सुकून का पल है,
जहां देखूं वहा तेरे साथ ही,
मेरा आ रहा कल है।
तुम्हारा ख्याल आना भी
मुझे सुकून का पल दे जाता है
तेरी यादो के सहारे ही
मै जिंदगी जीता जाता है..!
तू मुझसे दूर है और पास भी,
तू लबों की हंसी है और आंसू भी,
तू दिल का सुकून है और बेचैनी भी,
तु मेरी अमानत है और एक सपना भी।
तेरा प्यार मिला तो हमने सुकून पाया,
हमने जीना सीखा जबसे तू जिंदगी में आया !
तेरी आँखों में देख लेने भर से,
मेरी आँखों को सुकून मिल जाता है !
तेरी आंखें मानो कोई झिल हो जैसे,
दिल करता है इसमें डूब जाऊ,
तेरी आदत मानों सुकून हो जैसे,
लगता है तेरे हर वक्त साथ रहूं।
तेरी चाहत मुझे इस कदर भाने लगी है
तेरी बाहो में मुझे सुकून की नींद आने लगी है..!
तेरी बाहों में मुझे सुकून के पल बिताने है
क्योकि वक्त के सितम बड़े ही अफ़साने है.!!
तेरी यादे सुकून देती हे
तेरी यादो को अल्फाज बना
कर पत्रो में ऊकेरती हूं
मुनाफा तो कुछ भी नही बस
सुकून के पल कमा जाती हूं..!
तेरे इश्क ने दिया सुकून इतना,
कि तेरे बाद कोई अच्छा न लगे,
तुझे करने है बेवफाई तो इस अदा से कर,
कि तेरे बाद कोई बेवफा न लगे।
तेरे पास होने से दिल को सुकून मिलता है,
तेरे दूर जाने से ये दिल तड़पता है,
तुम जुनून तुम सुकून हो दिल का,
तेरे होने से ही ये दिल धड़कता है।
तेरे साथ ये लम्हा यही थम जाए
बस इतना सा सुकून मुझे मिल जाए !
तेरे होने का अहसास ही,
मुझे सुकून दे जाता हैं,
तू दूर रहे या मेरे पास,
हर पल तेरी याद दे जाता है।
दिल कहां वाकिफ था
जमाने की खुदगर्जी से
इसने तो सिर्फ तेरे
लिए धड़कना सिखा था.!!
दिल टूटा है मेरा,
किसी और का नहीं टूटने देंगे,
6 महीने का रिलेशनशिप है तो जल्दी शादी कर लेना,
हम तो सबको यही सलाह देंगे !
दुआ बन कर मेरी
जिंदगी में आई हो
मेरी वीरान पड़ी जिंदगी में
तुम सुकून के पल लाई हो..!
दूसरों को हंसी देकर मैं भी मुस्कुराता हूँ,
दूसरों के सुकून से मैं भी सुकून पाता हूँ।
दौड़ रहा है इधर-उधर
ढूंढने सुकून के पल
सुकून कही मिला नही
दौड़ के आराम कर..!
ना करना जिंदगी में
कभी किसी की निंदा
वरना बगैर सुकून के
रहना पड़ेगा शर्मिदा..!
ना किसी के लौटने की खुशी
ना किसी को खोने का गम
ये जख्म भरी जिंदगी में
ढूंढ रहे है सुकून के पल..!
ना चाँद की चाहत ना सितारों की फरमाइश,
हर जन्म में तू मिले मेरी बस यही ख्वाहिश।
ना जाने इतना भी क्या खफा है,
सुकून अब हमसे मिलता ही नहीं !
ना शायरी में मिलेगा, ना नग्मों में मिलेगा,
ये सुकून बस माँ के क़दमों में मिलेगा।
ना हमे सुकून मिला ना हम सुकून से मिल सके,
अब पानी डालने का समय ही नहीं की फिर से
जिन्दगी के मुरझाए फूल खिल सके !
नैनो से नैन मिले
खूबसूरत यह मुलाकात हुई
ऐसे ही तेरी मेरी जिंदगी में
मोहब्बत की शुरुआत हुई..!
परेशानियों में सबको सुकून की तलाश है,
फिर याद आया यमुना का किनारा पास है !
पहली बार तुम्हे देखा,
और तुमसे हमें प्यार हो गया,
सुकून तो तब मिला,
जब आपने मुझसे पहली बार बात की !
बचपन जो गया, सुकून साथ ले गया,
चुनौतियों और जिम्मेदारियों का बोझ दे गया।
बहुत बड़ा है दुनिया
का बाजार मगर यहां
इक सुकून-ए-दिल की
दुकान नही मिलती..!
बुजदिल हैं वो लोग जो मुहब्बत नहीं करते,
जिगर चाहिए खुद को बर्बाद करने के लिए।
बैठा रहता हू जब तनहा अकेले,
खोया रहता हू इन वादियों में,
मिलता तब दिल को सुकून,
जब दिन गुजर जाता है तन्हाई में।
मकान है पर थकान उतरती ही नहीं,
ये जिन्दगी जो सालों से बिखरी हुई है संवरती ही नहीं !
मिलता है सुकुन दिल को,
जब तुम मेरे करीब होते हो,
आता है तुम पर बेइंतहा प्यार,
जब तुम शैतानियां करते हो।
मुहब्बत खूबसूरत होती होगी किसी और ज़माने में,
यहाँ हमपे जो गुजरी है वो हम ही जानते हैं।
मेरी जिंदगी में अब सुकून नहीं रहा,
मैं ढूंढता हूँ प्यार जबसे साथ तू नहीं रहा !
मेरी मंजिल की राहो में
तेरी मोहब्बत का सुकून है
तेरे साथ होने से ही मेरी
जिंदगी में ये जुनून है..!
मेरे जिंदगी का सुकून हो तुम
तेरी मोहब्बत का जुनून हूं मै..!
मेरे प्यार को ठुकरा
के तनहा कर दिया
तुमने मुझे इस कदर
सुकून की तलाश में
घूम रहे हम अजनबी
राहो में दरबदर..!
मोहब्बत का चलता नहीं कोई कायदा,
सुकून का होता है हमेशा यही फायदा !
यह टूटे दिल का ही
गम-ए-दर्द है जनाब
जो जख्म कुरे दना ही बना है
अब सुकून का दायरा..!
याद आई माँ की वो थप्पड़ बचपन में,
जिसे खा कर खूब रोया था मैं,
फिर माँ ने ही चुप कराया उस दिन,
माँ की गोद में बड़े सुकून से सोया था मैं।
याद आना और याद करना,
दोनों अलग अलग बातें हे,
याद हम उन्हें करते हे जो,
हमारे अपने होते हे,
और याद हम उन्हें आते हे,
जो हमे अपना समझते हे।
ये तनहाइयां ना जाने
मुझे कैसे एहसास दे गए
तेरे प्यार के वादे मुझे
जिंदगी में सुकून दे गए..!
राहत मिल दिल को जब लबों पे तेरा नाम आया,
इस बेचैन जिन्दगी को तब जाकर कहीं आराम आया।
लोग अकेले ही स्कूल जाते थे,
अकेले ही स्कूल से घर आते थे,
लेकिन हमे तब सुकून मिलता था,
जब हम तुम्हे अपनी बाइक पर स्कूल लेकर जाते थे,
और वापस ले आते थे।
लोग पूछते है क्या मिलता है,
तुझसे मिलकर मुझे मैं कहता हूँ सुकून !
लोगो की बातो पर नहीं।
वक्त से कह दो थोड़ी
देर के लिए यही ठहर जाए
क्योकि बड़े अरसे बाद
आज मुझे सुकून मिला है..!
वैसे तो मुझे सबसे बात,
करना अच्छा लगता है,
पर जब तुमसे बात होती है,
तो दिल को बड़ा सुकून मिलता है।
शहर की हवाओं ने कागज के,
टुकड़ो के पीछे बड़ा ही दौड़ाया,
गाँव मुझे कभी पसंद नहीं आया,
पर जिंदगी का सारा सुकून यही पाया।
सपनों के चक्कर में नींद बेच दी,
ऐशो-आराम खरीदने के लिए सुकून बेच दिया !
सबको जाने दो तारों के शहर में,
हम साथ में केदारनाथ जाएंगे।
सभी को सुकून की तलाश है,
सभी को कुछ पाने की आस है,
चुनौतियों को देखकर जो डरा नहीं,
उसी में भरा आत्मविश्वास है।
सांसो में समाओ तो खुशबु हैं हम
और दिल में उतरो तो सुकून हैं हम !
सालो साल बातचीत से उतना सुकून नही मिलता,
जितना सिर्फ एक बार गले लग कर मिलता है।
सुकुन-ए-जिन्दगी पल भर को तरसती है,
तेरी गैर मौजूदगी में ना जाने ये आंखे क्यूँ बरसती है।
सुकून की बात मत कर ऐ दोस्त,
बचपन वाला इतवार जाने क्यूँ अब नहीं आता !
सुकून चाहता है दिल जो,
आपके बगैर मुमकिन नहीं।
सुकून तो बचपन में मिलता था,
अब तो तनहाई में कटती है जिंदगी !
सुकून तो हमें तब मिलता है,
जब किसी की मदद कर लू,
नहीं तो ज़िन्दगी तो सभी जी रहे है,
हमने सोचा ज़िन्दगी में आये है तो एक नेक काम कर लू।
सुकून न मिले तो भी चलेगा,
लेकिन मुझे मेरी मोहब्बत देदो !
सुकून-ऐ-एहसास
मोहब्बत जता जाती है
लगी जिससे लगन वो
जिंदगी हसीन बन जाती है..!
सुनी पड़ी थीं ये मेरी जिंदगी तुने इस दिल में प्यार का दीप जलाया,
जिंदगी में आकर तुने मेरे इस दिल को तुने सुकून दिलाया।
सुनो ना यूं तो हमे हर
रोज हजारो के मैसेज आते है
पर तुम्हारे नाम के मैसेज से
हमे अलग ही सुकून मिलता है..!
सोचा था घर बनाकर बेठुंगा सुकून से,
पर घर की जरूरतों ने मुसाफिर बना डाला !
हम दिल में रहना
चाहते है तुम्हारे
इसलिए तुम्हारी
नजरो से दूर हो रहे है..!
हमें खुद की सच्चाई
और यकीन पर गुरूर है
तभी तो हमारे हुस्न पर
तेरे इश्क का बेबाकी का नूर है.!!
हर गाँव में एक पेड़ ऐसा भी होता है,
जिसपर बचपन में उस गाँव के,
सभी बच्चे बारी-बारी झूला करते हैं,
और जहाँ जवान होने पर किसी का,
मजबूर जीवन झूल जाया करता है।हर पल जिन्दगी का अब बस धुआँ है,
न जाने सुकून-ए जिन्दगी अब कहां है।
हर रोज की इस जहोजहत में
हो जाऊ फ़ना तेरी चाह में
सुकून मनुष्य की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है। आज के तनावपूर्ण जीवन में सुकून पाना बहुत मुश्किल हो गया है। सुकून से तात्पर्य मन की शांति और आत्मीय संतुष्टि से है।
सुकून पाने के लिए हमें अपने जीवन में सकारात्मकता लानी होगी। हमें छोटी-छोटी खुशियों को सराहना करना सीखना होगा। प्रकृति के साथ समय बिताना, योग और ध्यान करना, संगीत सुनना जैसी गतिविधियाँ मन को शांति प्रदान करती हैं।
सुकून पाने के लिए सकारात्मक सोच रखना बहुत जरूरी है। हमें चिंता और तनाव से बचना होगा। अपने कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए भी हमें समय निकालकर अपने आप को समय देना चाहिए।
सुकून एक ऐसी अनुभूति है जो हमारे शरीर और मन दोनों को आराम पहुंचाती है। इसे पाने का प्रयास करना हम सभी का मूल उद्देश्य होना चाहिए।