स्वागत शब्द से ही एक अच्छापन और आनंद का भाव उमड़ पड़ता है। जब कोई हमारे पास आता है, तब हम उसका बड़े प्यार और खुशी से स्वागत करते हैं। स्वागत के पलों को हम सदैव याद रखते हैं क्योंकि वे पल मीठे और भावुक कर देने वाले होते हैं।
आइए आज हम कुछ स्वागत शायरियों पर एक नज़र डालें और उनमें छिपे सुंदर भावों को समझने का प्रयास करें। आशा है ये शायरियाँ हमें स्वागत के पलों को और भी गहराई से जीने में मदद करेंगी।
आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरह,
कि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे,
देखकर दिल उनको झूमने लगा,
सब के मन जैसे खिलखिलाने लगे; 😇😇😇
अंधेरा बहुत था घर मे मेरे
तुम आये तो रौशनी आ गई
उदास पड़ी थी ज़िन्दगी मेरी
तुम्हारे आने से मुस्कान आ गई।
अजीज के इन्तजार में ही पलके बिछाते हैं,
महफ़िलो की रौनक खास लोग ही बढ़ाते हैं.
अतिथि देव बन आप पधारे, स्वागत हो स्वीकार।
द्वार हमारे आप आ गये- सहज लुटाते प्यार॥
साधन कम पर भाव विह्वल हैं- स्वागत को श्रीमान्।
आशा है स्वीकार करेंगे, भाव सुमन का हार॥
अतिथि सत्कार बिना हर
अरदास अधूरी होती है,
अतिथि ही वो फरिश्ते हैं
जिनके आने से आस पूरी होती है।
आँखों में छुपे अजनबी सपने लेकर,
होठों पर एक ख़ुशबू बिखर जाए बैठे हैं।
दरिया जितना गहरा है हमारा प्यार,
मिट जाएँ तस्वीरों के नक्शे बना बैठे हैं।
ज़िंदगी की राहों में हैं राहगीर हम,
आगे हर क़दम पर दुआएँ मांगा बैठे हैं।
दिल की धड़कनों में सुनते हैं आवाज़ तुम्हारी,
जब भी दिल ये धड़क जाए बैठे हैं।
ख़्वाबों की नौकरी तुम्हारे होंठों पर है,
हमारी ये रूह तुम्हारे लिए बसा बैठे हैं।
आँखों में सपने सजाए बैठे हैं,
दिल में ख्वाबों की महफ़िल सजाए बैठे हैं।
चाँद तारों से रौशनी छीन लेंगे हम,
खुद को खुदा के ख़िलाफ़ गवाए बैठे हैं।
किस्मत ने लिखी है जहाँ की तक़दीरों में हमें,
आज खुद को वहीं खोज जाए बैठे हैं।
ज़िंदगी के सफ़र में मिलेंगे कई रास्ते,
आइए सबको साथ ले जाए बैठे हैं।
नाज़ुक सी दोस्ती की बाँहों में बसा हैं,
दर्द और खुशियों के अल्फ़ाज़ गाए बैठे हैं।
आप आए तो बहारों
ने लुटाई ख़ुश्बू
फूल तो फूल थे
काँटों से भी आई ख़ुश्बू।
आप आये श्री मान
तो ऐसा लगा जैसे
तकलीफों को दवा मिल गई।
आपका स्वागत करने हम सब मिलकर आये है,
चेहरे पर मुस्कान और हाथों में फूलों की माला लाये है
आपका स्वागत है, आइए यहाँ बनाएं यादें अमर,
यहाँ होगा दिलों का आपसी मेल-जुल,
यहाँ हम सब मिलकर बनाएंगे दोस्ती की कहानी को सच।
आपका हमसे स्वागत है,
आपका हमारे दिलों में घर है,
यहाँ सब मिलकर बनाएँगे यादें,
आइए साथ बढ़ाएँ ख़ुशियों की बारिशें।
आपका हमारे जीवन में स्वागत है आज,
यहाँ बनाएंगे एक दूसरे के सपनों का गांव।
आपका हमारे दिल में स्वागत है आज,
यहाँ आपको मिलेगा ख़ुशियों का विश्राम,
आइए साथ मिलकर बनाएं यह नयी कहानी,
यहाँ हम सब मिलकर बनाएंगे जीवन की रोशनी।
आपका हमारे दिलों में स्वागत है आज,
यहाँ हम सब मिलकर करेंगे खुशियों की बरसात,
यहाँ होगा दिलों का एक दूसरे के संग मेल-जुल।
आपका हमारे वीरान दिल में स्वागत है,
आइए ख़्वाबों की उड़ान भरें साथ,
यहाँ सबको मिलकर बनाएंगे मोहब्बत की बात,
आपके साथ हमेशा बनी रहेगी यह ज़िन्दगी की राह।
आपका हमेशा रहेगा हमारे दिलों में स्वागत,
यहाँ मिलेगा खुशियों का अनगिनत सागर।
आपका हमेशा हमारे दिल में रहेगा स्वागत,
आइए मिलकर बनाएँगे प्यारी यादें बेहतरीन,
यहाँ सबको मिलकर मनाएंगे ख़ुशी के त्योहार,
आपके आने से यह रहेगा हमारे लिए सबसे अच्छा उपहार।
आपकी मुस्कान का स्वागत है,
हमें ख़ुशी है यही कारण है,
आइए आपके संग बनाएँ ख़्वाब,
जीने की राह पर मिलेंगे मनज़िल के करीब।
आपके आने से आज ये
शाम खाश हो गई,
सारे दिन की परेशानियाँ
पल भर में ख़त्म हो गई।
आये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरह कि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे।
देखकर दिल उनको झूमने लगा, सब के मन जैसे खिलखिलाने लगे।
इस उम्मीद के साथ
भुलाके सारे गम,
इस आयोजन का
आओ हम करें Welcome.
उसने वादा किया है आने का,
रंग देखो गरीब खाने का.
ऐसा स्वागत कही हुई ही नहीं है,
जैसी स्वागत मेरी प्यारी माँ करती है।
कौन आया कि निगाहों में चमक जाग उठी, दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी,
किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आई रूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी
कौन आया है कि निगाहों में चमक जाग उठी,
दिल के सोये हुए तरानों में खनक जाग उठी,
किसके आने की खबर ले कर हवाएँ आई,
रूह खिलने लगी साँसों में महक जाग उठी..
कौन आया, रौशन हो गयी महफ़िल किसके नाम से मेरे घर में जैसे
सूरज निकला है शाम से.
चलिए आपका हमारे दिल में करें स्वागत,
यहाँ बजेगा ख़ुशियों का गीत बनकर संग,
आपके साथ बिताएंगे यहाँ ख़ूबसूरत पल,
जुड़ें आप हमारे संग बनकर ख़ुशियों की मिसाल।
चलिए आपका हमेशा हमारे साथ हो,
यहाँ बनाएंगे खुशियों की गली को।
चलिए आपको आँगन में स्वागत करें,
यहाँ हम सब मिलकर बनाएंगे यादें अमर।
चलिए आपको स्वागत करें इस खुशी की गोद में,
यहाँ दिलों की बातें होती हैं अनकही,
यहाँ हम सब मिलकर बनाते हैं रिश्तों की कहानी।
चाँदनी रात बड़ी देर के बाद आयी,
ये मुलाक़ात बड़ी देर के बाद आयी,
आज आये हैं वो मिलने मुद्दत के बाद,
आज की रात बड़ी देर के बाद आयी;
चार चाँद लग गये हमारे
इस पावन अवसर पर,
आज आपके शुभागमन पर
बढ़ी हमारी शान।
चाहे जितना भी दूर चले जाएँ,
मन से आपका स्वागत है पाएँ,
यहाँ की मिठास और ख़ुशबू है अलग,
आइए मिलकर बनाएँ एक नयी दास्तां।
जिन दोस्तों की वजह से मेरे चेहरे पर ख़ुशी है,
उन दोस्तों का मेरे घर पर हमेशा स्वागत है.
जो अच्छे और दिल के बड़े होते है,
वो स्वागत के लिए खड़े होते है।
जो दिल का हो ख़ूबसूरत ख़ुदा ऐसे लोग कम बनाये हैं,
जिन्हें ऐसा बनाया है आज वो हमारी महफ़िल में आये हैं
तमाम तमन्नाएं दिल मे लिए चलता हूं
तुम्हारे आने की उम्मीद हमेशा साथ रखकर चलता हूं
जनता हूं तुम्हारा आना तय है
इसलिए हर रोज़ तुम्हारे आने का इंतेज़ार करता हूं।
तलाश जिसकी थी मुझे
वो तुम पर आकर खत्म हुई
बहुत अधूरी सी थी ज़िन्दगी मेरी
तुम्हारे आने से ही पूरी हुई।
तुम आए तो चेहरे पर मुस्कान आई
यूँ तो हमने मुस्कुराना भी छोड दिया था।
तुम्हारा आना एक खूबसूरत एहसास है
तुम साथ होतो हर पल खास है।
तुम्हारा ख्याल जब भी आता है
दिल तुन्हे अपने करीब पता है
बादल कितने भी काले क्यों ना हो
तुम्हारे आने से हर मौसम खिल जाता है।
तुम्हारे साथ ये मौसम फ़रिश्तों जैसा है,
तुम्हारे बाद ये मौसम बहुत सताएगा।
दिल को सुकून मिलता है मुस्कुराने से,
महफ़िल में रौनक छा गई आपके आने से.
दिल से आपका स्वागत करते हैं,
आइए मिलकर बनाएँ प्यारे पल,
यहाँ आपको मिलेगी हंसी-मज़ाक,
आपके साथ जीने को हमेशा होगा तल।
दिलों में विश्वास पैदा करता है, हम सुब में कुछ आस पैदा करता है…
मिटटी की बात तो अलग है, इश्वर तो पत्थरों में भी घास पैदा करता है|
धन्य धन्य हुए आज तो हम, मिट गये सारे अन्धियारें,
आँखों को बहुत सुकून आया, जो आप हमारे द्वार पधारें.
धन्य हुए आज तो हम
मिट गए सारे अधियारे,
आँखो को बहुत सुकून आया
जो आप हमारे घर पधारे।
बके दिलों में हो सबके लिए प्यार,
आने वाला हर पल लाये खुशियों का बहार,
इस उम्मीद के साथ भुलाके सारे गम
इस आयोजन का करें वेलकम.
महक उठा ये घर आंगन
जब से आप पधारे हैं,
ऐसा एहसास होता है
जन्मों से आप हमारे हैं।
मांगू और क्या मैं उस रब से
तुम्हारे आने से हर ख्वाहिश मुकम्मल हो गयी।
मेहमान का स्वागत करने के लिए शायरी
हमेशा जो दुआओं मे माँगा था
आज वो मिल गया है
तुम जो अब आ गए हो तो
हर चेहरा खिल गया है।
यूँ तो जिंदगी से उम्मीद ना थी
पर तुम्हारा आना बहुत कुछ कह गया
बहुत शिकवे थे हमें तुमसे
लेकिन अब सब दिल मे ही रह गया।
रूठ गयी थी किस्मत आपके जाने से
तक़दीर ने फिर साथ दिया है आपके आने से।
रोली तिलक थाल मे, श्री फल लिया सजाये,
स्वागत को श्री मान के, भेट दुशाला लाये..।।
रौनक दमक उठती है
नूर फैल जाता है
जब महफ़िल में आप
सा कोई कदम रखता हे।
वैसे तो बहुत तकलीफेँ थी ज़िन्दगी मे
पर तुम्हारे आने से सब आसान हो गया है
तुम ऐसे ही मिलते रहा करो
तुमसे मिलकर सफर बहुत आसान हो गया है।
वो खुद ही नाप लेते हें बुलंदी आसमानों की, परिंदों को नहीं तालीम दी जाती उड़ानों की।
महकना और महकाना तो काम है खुशबु का खुशबु नहीं मोहताज़ होती क़द्रदानों की..।
शब्दों का वजन तो हमारे बोलने के भाव से पता चलता हैं,
वैसे तो, दीवारों पर भी “वेलकम” लिखा होता हैं.
सजाई महफिल में भी लगती है कुछ कमी,
आपके आने से मुक्कमल महफिल सजी.
स्वागत करते हैं हम आपका,
ख़ुशी से भरा हो आपका मन,
यहाँ सब मिलकर बनाते हैं ख़्वाब,
आइए साथ मिलकर बदलें आपकी ज़िंदगी का पहलू।
स्वीकार आमंत्रण किया,
रखा हमारा मान,
कैसे करे कृतज्ञता,
स्वागत है श्री मान।
हर गली अच्छी लगी,
हर एक घर अच्छा लगा,
वो जो आया शहर में,
तो शहर भर अच्छा लगा; 😇😇😇
हार को जीत की इक दुआ मिल गई,
तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई,
आप आये मेरे सनम तो यूँ लगा,
जैसे दिल के दर्द को कुछ दवा मिल गई; 😊😊😊